YOG SADHANA BOOK REVIEW SUMMARY HINDI

योग साधना एवं योग चिकित्सा रहस्य

द्वारा स्वामी रामदेव

रिव्यु-

    आजकल “स्वास्थ्य” लोगो की प्रायोरिटी बनी हुई है | इस कोरोना काल में लोगो को समझ में आ गया है की स्वास्थ्य सबसे पहले बाद में “पैसा” है | तो आज हम आपको ऐसी चिकित्सा के बारे में बतायेंगे जिसका ओरिजिन हमारा महान भारत है और यह चिकित्सा निशुल्क होती है | तो आईये इस किताब का नाम जानते है | वह है बाबा रामदेव लिखित “योग साधना एवं योग चिकित्सा रहस्य”| इस किताब के प्रकाशक है “दिव्य प्रकाशन” | यह १६६ पन्नो की किताब है जिसकी कीमत १२५ रुपये है |

योग सदियों से हमारे देश का हिस्सा रहा है | यह ऋषि – मुनियों की खोज कहा जाता है | वैसे तो भोलेनाथ सबसे बड़े योगी है पर योग का महत्त्व इस जगत के पालनहार “भगवद्गीता” में भी बताते है |इस ज़माने के प्रसिद्ध व्यक्ति “सद्गुरु” और “बाबा रामदेव” एक योगी ही है | ऐसे इस योग को हम अपने शरीर को सेहतमंद रखने के लिए कैसे उपयोग में लाये इसी की जानकारी इस किताब में दी गयी है |

जब लोग बहुत फ्रस्टटेटेड़ हो जाते है तो हमने बहुत लोगो को कहते सुना है की भगवान ने उनको क्या दिया ? लेकिन वह यह नहीं जानते की ईश्वर ने उन्हें सबसे अनमोल उनका शरीर एवं उसका स्वास्थ्य दिया है | आप जैसे – जैसे अपने शरीर रूपी मंदिर का ख्याल रखेंगे , वैसे – वैसे आप के पास अच्छी चीजे , अच्छी परिस्थितिया खिंची चली आएगी | यही सीक्रेट भी कहता है | आप जो दुसरो को दोगे वही आप के पास खीचा चला आएगा , बुमरैग के जैसे | यही ब्रह्माण्ड का शाश्वत नियम है | आप इसे चाहकर भी बदल नहीं पाओगे | इसलिए आप रोंडा बर्न द्वारा लिखित “सीक्रेट” या फिर “शक्ति” जरूर पढ़े | इसमें आप को सेहत और स्वास्थ्य , धन , सम्बन्ध इसका खजाना मिल जायेगा |

यह इस किताब का वर्तमान संस्करण है जिसकी १लाख प्रतिया बिक चुकी है | यह किताब बारह भाषाओ में उपलब्ध है | हो सकता है कि यह किताब आपको आपकी मातृभाषा में भी मिल जाये | इसे जरूर – जरूर खरीदिये और अपने पास में ही रखिये जहा यह आप को आसानी से मिल जाये | इसकी जो चिकित्सा है उसे आप अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते है |

बहेरहाल , हमारे स्वास्थ्य पर आज हम इस किताब के माध्यम से चर्चा करनेवाले है तो आइये सबसे पहले इसका सारांश जानते है

सारांश –

      बाबा रामदेव इन्होने आचार्य बालकृष्ण इनके साथ मिलकर यह किताब लिखी है | उन्होंने यह किताब उनके गुरु पूज्यपाद राष्ट्रसंत श्रद्धेय स्वामी श्री कृपालुदेव जी महाराज इन्हें समर्पित की है | आचार्य बालकृष्ण द्वारा उन्होंने योग भारत में कितना प्राचीन है इसके बारे में बताया है | उसके बाद बाबा रामदेव के बारे में आंशिक जानकारी आप को मिलेगी |

इसके बाद योग – परिचय दिया है जिसमे उन्होंने योग के प्रकार , योग का शरीर पर प्रभाव और स्वस्थ व्यक्ति की दिनचर्या कैसी होनी चाहिए | इस पर अपने विचार रखे है | इसके बाद उन्होंने अष्टांग योग की जानकारी दी है जिसमे यम नियम भी शामिल है | सूक्ष्म व्यायाम , आसनोपयोगी नियमो के साथ –साथ सम्पूर्ण उदर ( पेट के रोग ) रोगों के लिए ,मधुमेह ,मोटापा और गैस ,कब्ज ,अम्लापित्तादी के लिए आसन की जानकारी दी है जो आप घर पर ही कर सकते है | 

    हर एक आसन के साथ – साथ उन्होंने उसकी फोटो भी दी है जिससे आपको वह आसन करने में आसानी होगी | इस किताब में विश्राम के लिए ,मोटापा घटाने के लिए , पीठ, कमर ,मेरुदंड से जुड़े आसन भी दिए है | इसके बाद सम्पूर्ण शरीर को ओज और तेज से भर देनेवाले सूर्यनमस्कार के बारह आसन भी दिए है | बाद में ३४ अलग –अलग तरह के आसन दिए है | इसके बाद शरीर शुद्धि की क्रियाये दी है जिसे हठयोग और षट्कर्म कहते है और साथ – साथ शरीर के कायाकल्प की क्रियाये भी दी है लेकिन यह योग में पारंगत व्यक्तियों के लिए है |

       हम जैसे सामान्य व्यक्तियो के लिए एक्यूप्रेशर चिकित्सा ,जिसमे उन्होंने एक्यूप्रेशर चिकित्सा का सिद्धांत क्या है ? उससे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ते है ? इससे आप अपने रोगों का उपचार कैसे कर सकते है ? इसकी ओर आपका ध्यान केन्द्रित किया है |

यहाँ उन्होंने हाथो के तलवो में स्थित, पैर के तलवो में स्थित मुख्य एक्यूप्रेशर पॉइंट नाम के साथ बताये है साथ – साथ वह पैर और हाथो के तलवो पर कहाँ स्थित है यह चित्रों के माध्यम से बताया है ताकि आपको वह प्रेशर पॉइंट पहेचानने में मदद हो सके |

उन्होंने चित्रों के माध्यम से बताया है की अंदरूनी अवयव कहाँ स्थित है और उसी के निचे उनसे रिलेटेड प्रेशर पॉइंट ,हाथो और पैरो में कहाँ स्थित है | इतना ही नहीं प्रेशर पॉइंट में कन्फ्यूजन न हो इसलिए उन्होंने वहां लेफ्ट और राईट भी लिखा है क्योंकि कोई कोई प्रेशर पॉइंट एक ही हाथ या पैर के तलवो में स्थित होते है | इसके बाद चेहरे और कानो में स्थित पॉइंट्स के बारे में जानकारी है |

इसके बाद एक्यूप्रेशर द्वारा आप अपना इलाज घर पर ही कैसे कर पाओगे , उसकी पद्धति क्या होनी चाहिए |इसकी भी जानकारी आपको मिलेगी | हमारा शरीर पंचतत्त्वों से बना होता है और हमारे हाथ की पांच उंगलिया उसका प्रतिनिधित्व करती है | तो अपने हाथो की उंगलियों से अलग – अलग मुद्राए बनाकर अपने शरीर को कैसे स्वस्थ रख सकते हो और कुण्डलिनी जागरण में सहायक मुद्राओ की जानकारी भी इसमें है |

अब इस किताब के बारे मे हमने आपको जानकारी दे दी है | आशा है की आप यह किताब खरीदेंगे और इसका लाभ उठायेंगे | इसके साथ – साथ कुछ स्वास्थवर्धक टिप्स भी आपको बता देते है |

अगर बच्चो को सर्दी ,खांसी जुकाम हो जाये तो एक गिलास गरम दूध में थोड़ी सी हल्दी और एक गुड की डल्ली मिलकर पिने के लिए दे | रात को पैर के तलवो पर सरसों के तेल की मालिश करे | छाती और नाक पर विक्स लगाये | सुबह या श्याम काढ़ा पिते रहे अगर काढ़ा पीकर पेट में जलन होती है तो हर एक घंटे में पानी पिते रहे और वाशरूम जाते रहे या फिर अपान मुद्रा करे जो आप को इस किताब में मिल जाएगी | इस मुद्रा से आप के शरीर के टॉक्सिक पदार्थ बाहर निकलेंगे | उपर्युक्त नुस्खे हमारे नहीं है पर हमने इन्हें खुद पर आजमाए है |

बाहर से आने के बाद अपने हाथो के साथ साथ अपने मुह और पैरो को भी अच्छे से धोये | हर छोटी चीज के लिए बाहर जाना टाले | छोटी – छोटी बीमारियों से डरे नहीं बल्कि उनका इलाज घर पर ही करे |

काढ़े की रेसिपी के लिए और हेल्दी हार्ट के लिए पूजा लूथरा का यू –ट्यूब चैनल अवश्य देखे | सम्पूर्ण स्वास्थ के लिए रामदेव बाबा की यह किताब और रोंडा बर्न की सीक्रेट जरूर पढ़े | आपको स्वास्थ्य लाभ हो इसी कामना के साथ………

धन्यवाद !

wish you happy reading

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