RICH DAD POOR DAD BOOK REVIEW: 2025 में ज़रूर जानने वाले 7 सबक |

रिच डैड पूअर डैड किताब का कवर हिंदी समीक्षा के लिए

                                                           रिच डैड पूअर डैड

                      रॉबर्ट कियोसाकी द्वारा लिखित 

रिव्यू –

रॉबर्ट कियोसाकी और शेरोन लेक्टर द्वारा लिखित रिच डैड पूअर डैड (प्रकाशन: 1997) एक विश्व-प्रसिद्ध मार्गदर्शक है जिसने लाखों लोगों के धन प्रबंधन के तरीके को बदल दिया है।

यह पुस्तक दो पिताओं (लेखक के गरीब डैड और उनके दोस्त के अमीर डैड) की कहानियों के माध्यम से वित्तीय ज्ञान के महत्व पर प्रकाश डालती है। किताब दोनों की सलाहों की तुलना करती है और दिखाती है कि कैसे हमारी पारंपरिक शिक्षा प्रणाली अक्सर हमें पैसे के बारे में ज़रूरी ज्ञान नहीं देती है।

1. संपत्ति (Assets) बनाम देनदारियाँ (Liabilities) का सिद्धांत

यह किताब का सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांत है। लेखक पारंपरिक सोच के विपरीत जाकर यह समझाते हैं कि:

अमीर लोग केवल संपत्ति (Assets) खरीदते हैं, जबकि गरीब और मध्यम वर्ग के लोग देनदारियाँ (Liabilities) खरीदते हैं, जिन्हें वे गलती से संपत्ति समझ बैठते हैं।”

सरलता से इसे इस तरह समझा जा सकता है:

  • संपत्ति (Asset): वह जो आपको पैसा कमाकर दे (उदाहरण: रेंटल इनकम देने वाला घर, डिविडेंड देने वाला स्टॉक, या विज्ञापन से कमाने वाला ब्लॉग)।

  • देनदारी (Liability): वह जो आपका पैसा खर्च करवाए (उदाहरण: होम लोन चुकाना पड़े, महंगी कार जिसकी EMI देनी पड़े)।

  • भारतीय संदर्भ में ‘घर’ एक देनदारी क्यों है?

इस किताब ने हमारी पुरानी सोच को बदल दिया जो मानती थी कि घर एक संपत्ति होती है। कियोसाकी के अनुसार, घर हमें कोई भी आय (Income) नहीं देता, बल्कि मरम्मत और टैक्स के रूप में खर्च करवाता है।

भारतीय परिवेश के अनुसार: घर एक भावनात्मक जुड़ाव रखता है। इसलिए, आपको घर तभी खरीदना चाहिए जब आपके पास अन्य अतिरिक्त आय (Additional Income) के स्रोत हों। पहले कमाई करने वाली संपत्तियाँ बनाएँ!

2. नौकरी नहीं, पैसिव इनकम (Passive Income) पर ध्यान दें

लेखक पारंपरिक सोच के विपरीत जाकर यह सिखाते हैं कि लोगों को अपनी नौकरियों पर पूरी तरह से निर्भर नहीं रहना चाहिए।

इसके बजाय, ऐसी संपत्तियाँ बनाने पर ध्यान देना चाहिए जो उनके लिए एक पैसिव इनकम (Passive Income) का सोर्स बनें। यह वह पैसा है जो आपके लिए तब भी काम करता है जब आप काम नहीं कर रहे होते हैं।

3. वित्तीय शिक्षा (Financial Education) की आवश्यकता

प्रस्तुत पुस्तक इस बात पर ज़ोर देती है कि धन प्रबंधन बाबत शिक्षा स्कूलों में नहीं सिखाई जाती।

लेखक स्पष्ट करते हैं कि यह हर व्यक्ति की ज़िम्मेदारी है कि वे खुद को इन मुख्य विषयों के बारे में शिक्षित करें:

  • पैसे का सही मैनेजमेंट

  • इनवेस्टमेंट

  • टैक्स (Taxes) को समझना

  • बिज़नस (Business) के सिद्धांत 

  • 4. जोखिम लें, पर समझदारी से

लेखक वित्तीय सफलता पाने के लिए जोखिम (Risk) लेना आवश्यक समझते हैं। बस, शर्त यही है कि वह एक सोची-समझी जोखिम हो (यानी, वित्तीय ज्ञान के आधार पर लिया गया हो)। यह किताब धन के बारे में हमारी पारंपरिक सोच को पूरी तरह से बदल देती है।

निष्कर्ष: यह किताब किसके लिए है?

रिच डैड पूअर डैड उन सभी लोगों के लिए एक ज़रूरी किताब है जो:

  • अपने धन के बारे में स्वतंत्र (financially independent) होना चाहते हैं।

  • यह समझना चाहते हैं कि अमीर लोग कैसे सोचते और काम करते हैं।

यह पैसों के मैनेजमेंट के बारे में आपको एक नई दृष्टि प्रदान करती है—जैसे कि पैसे को अपने लिए काम पर कैसे लगाया जाए?

    प्रस्तुत किताब के –

       लेखक है – रोबर्ट टी. कियोसाकी

       हिंदी अनुवाद – डॉ. सुधीर दीक्षित

        प्रकाशक है – “मंजुल पब्लिशिंग हाउस”

        पृष्ठ संख्या – २१०

       उपलब्ध है – अमेजन और किन्डल पर

इसे बहुत सारे दिग्गजों ने सराहा है | बहुतो ने कहा है की काश यह किताब उन्होंने और पहले पढ़ी होती | इस किताब में अमीर बनने का शॉर्टकट नहीं दिया है बल्कि पैसे की समझ , व्यावहारिकता , पैसे की जिम्मेदारी कैसे निभाए इस बारे में प्रकाश डाला गया है जो की हर बच्चे को ८ या ९ साल की उम्र से सिखाना शुरू कर देना चाहिए ताकि वह पूरी जिंदगी अमीर रह सके | हमे यह किताब बहुत , बहुत ज्यादा अच्छी लगी | | यु. स. टुडे ने कहा भी है अगर बाकि जिंदगी आप अमीर बने रहना चाहते है तो शुरुवात इसी किताब से कीजिये | चलिए सारांश मे देखते है इसकी मुख्य बातें –

सारांश – 

यह दो पिताओं की कहानी क्यों नहीं है?

किताब का शीर्षक पढ़कर यह मत समझिएगा कि यह कोई दो डैडियों की कहानी है। दरअसल, यह किताब लेखक रॉबर्ट कियोसाकी ने वित्तीय प्रशिक्षण (Financial Education) के बारे में लिखी है। इसमें उन्होंने बताया है कि अपने पैसे को सही तरह से कैसे निवेश करें।

  • गरीब डैड: ये लेखक के पढ़े-लिखे पिताजी थे, जो बहुत शिक्षित होने के बावजूद हमेशा पैसे की तंगी से लड़ते रहते थे।

  • अमीर डैड: ये उनके पक्के मित्र माइक के पिता थे। ये ज़्यादा पढ़े-लिखे नहीं थे, पर पैसों को कैसे उपयोग किया जाए और लोगों से अपने लिए कैसे काम लिया जाए, यह वह बखूबी जानते थे। इसी की बदौलत वह एक दिन हवाई के सबसे अमीर आदमी बन गए।

यह किताब इन दोनों पिताओं के विचारों की तुलना करती है। लेखक का मुख्य संदेश है कि बच्चों को वित्तीय प्रशिक्षण बचपन से ही देना चाहिए, जो किसी भी विश्वविद्यालय में नहीं मिलता। पैसा कैसे उपयोग किया जाए, यह हम सिर्फ़ अपने अनुभवों से और थोड़ी सी मेहनत करके सीख सकते हैं—और यह किताब आपको बताती है कि कैसे?

1. नौकरी बनाम संपत्ति (The Rat Race)

लेखक का कहना है कि अगर आप सुबह उठकर, तैयार होकर नौकरी करने जाते हैं, तो आप पैसे के लिए काम कर रहे हैं, न कि पैसा आपके लिए काम कर रहा है। अमीर लोगों के लिए पैसा काम करता है।

  • यह किताब बताती है कि जब कोई कंपनी नौकरी में कटौती करती है और लोग बेरोज़गार हो जाते हैं, तब उस परिस्थिति से कैसे निपटा जाए।

  • जहाँ आज हर तरफ़ बेरोज़गारी है, वहाँ यह किताब आपको अपने पैसे सही से उपयोग करने में मददगार साबित होगी।

  • निष्कर्ष: मालिक बनने का सोचिए। पैसों को अपने लिए काम करना बताएं, न कि आप पैसों के लिए काम करें।

  • 2. घर एक देनदारी है, संपत्ति नहीं (सबसे विवादास्पद सबक)

लेखक ने इस बात को सरासर गलत बताया है कि बहुत से लोग अपने घर निर्माण पर बहुत सारे पैसे खर्च करते हैं और उसको ही अपनी संपत्ति मान बैठते हैं।

  • किताब का तर्क: घर हमें कोई भी आय (Income) नहीं देता, बल्कि होम लोन, टैक्स और मरम्मत के रूप में हमारा पैसा खर्च करवाता है।

  • भारतीय संदर्भ: यह किताब हमारी पुरानी सोच को बदलती है। पर हाँ, भारतीयों के लिए घर एक भावनात्मक जुड़ाव रखता है। इसलिए, भारतीय परिवेश के अनुसार हमें घर तब खरीदना चाहिए जब हमारे पास अतिरिक्त आय (Surplus Income) हो।

3. निवेश और जोखिम (Investment & Risk)

इस किताब में ऐसे छह सबक बताए गए हैं। अपने पैसों को कहाँ-कहाँ निवेश करें, इसके बारे में उन्होंने बताया है।

  • उन्होंने एक तरीका शेयर मार्केट भी बताया है, जिसमें आज के युवा को निवेश करना चाहिए।

  • लेखक वित्तीय सफलता पाने के लिए जोखिम (Risk) लेना आवश्यक समझते हैं, बस, शर्त यही है कि वह एक सोची-समझी जोखिम हो (यानी, वित्तीय ज्ञान के आधार पर ली गई हो)।

  1. शेयर मार्केट गाइड: 2015 में बैंकों में कुल जमा राशि का सिर्फ 15% ही शेयर मार्केट में निवेश होता था। यह आँकड़ा अब बढ़ गया होगा। शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए युवाओं को उसकी जानकारी होना बहुत ज़रूरी है।

    • शेयर मार्केट गाइड (शुरुआती लोगों के लिए) हमारे YouTube चैनल पर देखें। SHARE MARKET GUIDE

  2. थिंक एंड ग्रो रिच (Think and Grow Rich): हम आपको थिंक एंड ग्रो रिच का भी सारांश दे रहे हैं, जो रिच डैड, पूअर डैड के लेखक ने ही रेकमेंड की हुई बुक है।

    • धन कमाने के 400 तरीके (या ‘थिंक एंड ग्रो रिच’ सारांश) यहाँ पढ़ें। DHAN KAMANE KE 400 TARIKE

    • हमारा निष्कर्ष

     यह किताब आपको अपने पैसे को निवेश करने के लिए और वित्तीय रूप से प्रशिक्षित करने के लिए निश्चित रूप से मदद करेगी। आज जहाँ हर तरफ़ बेरोज़गारी है, उस स्थिति में यह किताब आप के लिए अमृत का काम करेगी।

यह हमारी ओर से सबसे अधिक अनुशंसित (Most Recommended) किताब है। आपको इसे कम से कम एक बार ज़रूर पढ़ना चाहिए।

अगर यह बुक आपके जीवन में थोड़ा भी बदलाव ला सकी, तो हमें ज़रूर बताइएगा।

Wish you happy reading!

” FAQ सेक्शन में आपका स्वागत है |  यहाँ आपको हमारे बुक ब्लॉग के बारे में आपके सभी आम सवालों के जवाब मिलेंगे, जैसे कि हमारा रिव्यू प्रोसेस, पोस्ट्स ढूँढने का तरीका, या हमारी रीडिंग लिस्ट के बारे में कुछ सवाल। यह सेक्शन आपकी मदद के लिए बनाया गया है!”

नीचे देखें और सबसे आम सवालों के जवाब पाएं।

सवाल है ? जवाब यहाँ है | (FAQs SECTION)

Q.1. रिच डैड पुअर डैड किताब में क्या लिखा है ?
A. लेखक इसमे अपने पढे – लिखे पिता और अपने मित्र के कम पढे लिखे पिता के व्यावहारिक ज्ञान के बारे मे लिखते है | उनके खुद के पिता पढे – लिखे होने के बावजूद पैसों को मैनेज करना नहीं जानते थे और इसीलिए गरीब थे जबकी इसके उलट उनके मित्र के पिता थे जिन्हे वह रिच डैड कहाँ करते थे |

Q.2.रिच डैड पुअर डैड पढ़ने के क्या फायदे हैं ?
A.यह आप को पैसों के सही मैनेजमेंट के बारे मे बताती है | बताती है की आप को ईएमआई पर चीजे क्यों नहीं खरीदनी चाहिए और पैसे को अपने लिए काम पर कैसे  लगाए ? न की आप पैसों के लिए काम करे | इसका फायदा यह है की आप ताउम्र अमीर बने रहेंगे |
Q.3.क्या रिच डैड पुर डैड पढ़ने से फायदा होगा ?
A.हमे लगता है की इस किताब को कभी भी पढ़ने से फायदा होगा | स्पेशली उनको जो अभी नए – नए कमाने लगे है और भविष्य के लिए पैसों को इन्वेस्ट करना चाहते है |

Q.4.रिच डैड पुर डैड किताब क्या फ्री मे उपलब्ध है ? 

A.फ्री की किताब खोजने के बजाय आप वही जानकारी हमारे ब्लॉग मे पा सकते है | 

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