महाभारत का रहस्य
रिव्यु और सारांश –
यह किताब क्रिस्टोफ़र सी. डॉयल द्वारा लिखित मूल अंग्रेजी पुस्तक “ secret of mahabharta” का हिंदी अनुवाद है जिसे हिंदी में अनुवादित किया है मदन सोनी इन्होने | इसका हिंदी संस्करण २०१८ में पहली बार प्रकाशित हुआ है | इस किताब को मंजुल पब्लिशिंग हाउस द्वारा प्रकाशित किया गया है जो की एक प्रतिष्ठित संस्थान है | इसका हिंदी वर्जन ३१० पेज का है | चलिए तो नाम से ही दिलचस्प महसूस होनेवाली ऐसी इस किताब का जानते है सारांश………
सारांश..
यह किताब भी शोध आधारित है | इस किताब में भी आधुनिक युग के लोग दो हजार साल पुराने रहस्य को ढूंढने निकलते है | इसमें बताया गया है की सम्राट अशोक ने “नौ” की स्थापना की थी जिनका उद्देश्य ऐसी जानकारी को छिपाना था जिससे विनाशक हथियार बन सकते है | ऐसे ही इस “नौ” सदस्यों के टीम के लीडर रहते है इस कहानी के हीरो विजय के चाचाजी | जिनकी रहस्यमय तरीके से मौत हो जाती है | उन्हें अपनी मौत का अहसास हो जाता है इसीलिए वह विजय को कुछ ई – मेल भेजते है जो की कुछ पहेलियो के शक्ल में है जिनका अर्थ विजय को कुछ समझ में नहीं आता |
चूँकि विजय अमेरिका में रहता है अपने चाचाजी के मौत के बाद इंडिया आता है अपने चाचजी के मौत का रहस्य सुलझाने के लिए | इसमें उसकी मदद करते है उसके चाचाजी के मित्र जो की पुराणी लिपिया पढने में माहिर है | उनकी बेटी , राधा जो एक परमाणु वैज्ञानिक है | विजय का मित्र कोलिन जो की अमेरिका से है और एक पुरातत्ववेत्ता ग्रेग जो की अमेरिका से ही है | इसमें वह अदृश्य विमानो को खोजते है जो की मगध के राजा ने पांडवो के हराने के लिए तैयार किये थे पर युद्ध् समाप्त होने के कारण वह उनको यूज नहीं कर पाया और कही छुपाकर रख दिया और एक बहुत ही विशिष्ट खोज वह लोग करते है उसे आपको किताब पढ़कर जानना होगा |
चूँकि इन सारे हथियारों का पता सम्राट अशोक को चलता है तो वह इन सबको बहुत ही कठिन गुफा , कंदराओ में छुपाकर रखता है और इनके सुराग उनके द्वारा स्थापित किये गए शिलालेखो में छोड़ देते है | जिन्हें “नौ” के अलावा कोई भी समझ नहीं पाता | यहाँ पूरी ग्यारह दिनों की कहानी लिखी गयी है जैसे की हिंदी फिल्मो में दिखाया जाता है ऐसी चिजो के पीछे बुरे और ताकतवर लोग भी होते है | इस किताब में भी ऐसा ही एक ग्रुप लेखक की कल्पना ने उतारा है |
ऐसे ही दो गुटों के संघर्ष और विजय की कहानी है यह | एक – एक सुराग सुलझाने के बाद अगले गुफा तक पहुँचना , कंदराओ तक पहुँचना , जंगलो में जाना | ऐसे ही एक – एक रोमांचकारी यात्राओ का वर्णन आपको यहाँ मिलेगा | इस किताब में दी गयी चीजे महाभारत से जुडी है इसीलिए इस किताब का नाम “ महाभारत का रहस्य” है |
सचमुच लेखक की लेखनशैली जबरदस्त है | एक – एक गुफाओ , कंदराओ का वर्णन उन्होंने जिस तरह किया है सचमुच तारीफ करने लायक है | हमें किताब बहुत अच्छी लगी , आशा है की आपको भी किताब अच्छी लगेगी | किताब पढ़ने लायक है | यह किताब आपको रहस्य खोजनेवाले यात्रा पर ले जाएगी वह भी बैठे – बिठाये | तो पढियेगा जरूर……….
धन्यवाद !
Wish you happy reading…….