धन कमाने के 400 तरीके
नरेन्द्र शर्मा द्वारा लिखित
रिव्यु और सारांश –
आज हम उस किताब के बारे में बात करेंगे जो इस कोरोना काल में बेरोजगार हुए युवक – युवतियों के बहुत काम आएगी | यह थोड़ी पुरानी है और इसमें सुधार की जरुरत भी है पर फिर भी अभी के लिए काम आ सकती है | इस किताब का नाम है धन कमाने के 400 तरीके |
धन जो की आज का युवा वर्ग लघुउद्योग के माध्यम से कमा सकता सकता है |
इन ४०० तरीके में से कुछ – कुछ अभी आउट डेटेड भी हो गए है लेकिन आधे लघुउद्योग अभी भी किये जा सकते है | इस किताब की जानकारी इस प्रकार है |
लेखक – नरेन्द्र शर्मा
प्रकाशक – अमित पॉकेट बुक्स
किताब का पहला संस्करण २००० साल में निकला था |
पृष्ठ संख्या – १९२
उपलब्ध – अमेज़न पर हिंदी भाषा में उपलब्ध है |
प्रस्तुत पुस्तक में लघुउद्योग से जुडी क़ानूनी बातो की जानकारी है | सरकार की तरफ से लघुउद्योग शुरू करने के लिए चलायी गयी योजनाओ के बारे में जानकारी दी गयी है | इन योजनाओ के बारे में बहुत से लोगो को पता न होने के कारण वह इसका फायदा नहीं ले पाते |
अतः हमारा आप से निवेदन है की अगर आप के जान – पहेचान में ऐसे लोग हो जिन्हें काम की सख्त जरूरत हो , जिनकी नौकरियां छुट गयी हो और जो इन्टरनेट पे ज्यादा एक्टिव ना हो तो प्लीज उन लोगो तक आप इस किताब की जानकारी जरूर पहुचाये | इससे उनकी बहुत मदद होगी |
यहाँ लघुउद्योग विकास संगठन और लघुउद्योग सेवा संस्थान के बारे में पूरी जानकारी है और इनके हर राज्य में कार्यालय कहाँ – कहाँ है इसका पूरा ब्यौरा कार्यालय के पते के साथ दिया है |
अगर किसी राज्य के लघुउद्योग सेवा संस्थान के कार्यालय का पता बदल भी गया हो तो वहां से नया भी तो मिल सकता है और इन्टरनेट की मदद तो है ही …. | तो आप आशा मत खोइएगा | कामयाबी आप को जरूर मिलेगी |
उपर्युक्त संगठन लघुउद्योग लगाने वालो को उनके उद्योग से जुडी तकनिकी और उसीसे रिलेटेड शिक्षा की जानकारी भी देता है |
इसमें उत्पादन एवं प्रशिक्षण केंद्र और राज्य लघु उद्योग निगम द्वारा चलाये जा रहे कार्यालयों के पते भी दिए है |
अभी आप सोचेंगे की कुछ भी काम शुरू करना है है तो पैसा चाहिए ,जमीन चाहिए ,कैसे शुरू करे ?
तो आप घबराइए नहीं , यह किताब इन सारे सवालो का जवाब समेटे हुए है | सरकार की ओर से ऐसी बहुत सी योजनाये उपर्युक्त संगठन द्वारा चलायी जाती है जिसमे आप को भूमि और कर्ज मुहैया कराया जाता है वह भी बिना कोई गारंटी के | बस आप के अन्दर ईमानदारी और मेहनत करने की लगन होनी चाहिए और हाँ…….. थोडा धैर्य भी क्योंकी कोई भी उद्योग शुरू करते बराबर आप की सारी परिस्थितियां एकदम से ठीक नहीं हो जाएगी |
आज के युवा वर्ग को चाहिए की वह खुद के उद्योगोद्वारा नई नौकरियों का निर्माण करे न की दुसरे द्वारा निर्माण की गयी नौकरी के भरोसे रहे |
इस किताब में दिए कुछ उद्योग अभी भी शुरू कर सकते है | जैसे बेकरी उद्योग , स्याही उद्योग , मोमबत्ती उद्योग इनकी पूरी जानकारी यहाँ है | चीजे बनाने का फार्मूला , कच्चा माल कहाँ से मिलेगा , बनाया माल कहाँ बिकेगा , उद्योग में लगनेवाली मशीनरी कैसे और कहाँ से खरीदी जाये इसका ओवरआल आइडिया आप को यहाँ मिल जायेगा |
आशा करते है की यह किताब बहुतो के काम आये |
धन्यवाद !
Wish you happy reading………….
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