DHARMPUTRA BOOK REVIEW SUMMARY HINDI
धर्मपुत्र आचार्य चतुरसेन “शास्त्री” द्वारा लिखित रिव्यू – आचार्य चतुरसेन शास्त्री इनका जन्म 26 अगस्त 1891 में हुआ | उनका जन्मस्थान उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर मे चंदोख नाम के गांव
धर्मपुत्र आचार्य चतुरसेन “शास्त्री” द्वारा लिखित रिव्यू – आचार्य चतुरसेन शास्त्री इनका जन्म 26 अगस्त 1891 में हुआ | उनका जन्मस्थान उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर मे चंदोख नाम के गांव
लकीर का फकीर राजीव पटेल और संजय कुमार सिंह द्वारा लिखित रिव्यू – किताब बहुत ही छोटी है | किताब का विषय , भारत मे मनाने वाले त्योहार और उनसे
देवी चौधरानी बंकिमचंद्र चटर्जी द्वारा लिखित रिव्यू –देवी चौधरानी 19 वी सदी में लिखा उपन्यास है | तब भारत पर अंग्रेजों का शासन था | तब के भारत की सामान्य
रिव्यू –उपन्यास की कहानी शुरू तो साधारण किरदारों के साथ होती है जिन्हे कोई नहीं जानता लेकिन आगे चलकर यह इतिहास के कुछ महत्वपूर्ण चरित्रों को अपने आप मे समेट
90’s वाला प्यार – नए हिन्दी किताबों की शृंखलाशरद त्रिपाठी द्वारा लिखित (कहानी – संग्रह )रिव्यू – नए हिन्दी किताबों की शृंखला मे यह पाँचवी किताब है | प्रस्तुत किताब
रिव्यू –मुसाफिर कैफे आज के युवाओं की कहानी है जो अपनी जिंदगी अपनी मर्जी से , अपनी शर्तों पर जीना चाहते हैं | वह प्यार में ना पडकर अपने करियर
रिव्यू – गोदान का मतलब है – गाय का दान | हिंदू धर्म में गोदान का बहुत महत्व है | कहते हैं कि , हर हिंदू ने जीवन में एक