BAARI BOOK REVIEW SUMMARY IN HINDI
बारी रणजीत देसाई द्वारा लिखित रिव्यू – प्रस्तुत किताब के लेखक 19 वी सदी के प्रसिद्ध लेखकों मे से एक रहे है | कादंबरी या कहे नॉवेल लिखने
बारी रणजीत देसाई द्वारा लिखित रिव्यू – प्रस्तुत किताब के लेखक 19 वी सदी के प्रसिद्ध लेखकों मे से एक रहे है | कादंबरी या कहे नॉवेल लिखने
सूर्यास्त वि. स. खांडेकर द्वारा लिखित रिव्यू – यह वि. स. खांडेकर द्वारा लिखित एक कथासंग्रह है | यह 19 वी सदी के मराठी के दिग्गज लेखकों मे
असंही एक रुख्मिणीहरण डॉ. बं. न. जाजू द्वारा लिखित रिव्यू – लेखक की यह चौथी किताब है | लेखक इंजीनियरिंग के प्रोफेसर है | 1966 से उन्होंने अलग
सोनसाखळी साने गुरुजी द्वारा लिखित रिव्यू – बहिणभाऊ ,सोनसाखळी ,दगडफोड्या , मुले म्हणजे देवाची ठेव , खरा भक्त , सदिच्छेचे सामर्थ्य ,शब्दावरून पारख करावी | सोनसाखळी यह सानेगुरुजी
फटकेवाली संयम बागायतकर द्वारा लिखित फटकेवाली इस किताब की पात्र आपको सीधे अंदमान के जंगलों से निकलकर मुंबई जैसे शहर में मिलेंगी | साथ में अपने साथ
अक्टूबर जंक्शन दिव्य प्रकाश दुबे द्वारा लिखित रिव्यू – जंक्शन वह जगह जहां अलग-अलग पटरियों पर दौड़ने वाली ट्रेन मिलती है | यहाँ थोड़ी देर रुक कर फिर अपने –
गुनाहों का देवता धर्मवीर भारती द्वारा लिखित रिव्यू – बहुत सुना था इस किताब के बारे में .. | इसलिए इसको पढ़ डाला | लेखक धर्मवीर भारती द्वारा लिखित
चौरासी 84 सत्य व्यास द्वारा लिखित रिव्यू _ यह एक प्रेमकहानी है | यह ऋषि और मनु की प्रेमकहानी है | प्रेम – जिसमे घरवाले न देख ले इसका डर
नरेंद्र मोहिनी बाबू देवकीनंदन खात्री द्वारा लिखित रिव्यू – यह 1920 मे लिखा – दो खंडों मे प्रकाशित हुआ उपन्यास है | यह 1920 मे लिखा गया है | इसका
सत्य व्यास द्वारा लिखित रिव्यू – यह कहानी है रोहित की जिसे हर चार दिन में नई लड़की से प्यार हो जाता है | उसका प्यार सिर्फ टाइम पास है