MANDESHI MANASA BOOK REVIEW AND SUMMARY
माणदेशी माणसं व्यंकटेश माड़गुलकर द्वारा लिखित रिव्यू –लेखक को जितनी शिक्षा मिली उतनी उन्होंने की | उसके बाद वह अपने गांव “माड़गुल” में ही रहने लगे | उन्हें चित्रकार बनना
माणदेशी माणसं व्यंकटेश माड़गुलकर द्वारा लिखित रिव्यू –लेखक को जितनी शिक्षा मिली उतनी उन्होंने की | उसके बाद वह अपने गांव “माड़गुल” में ही रहने लगे | उन्हें चित्रकार बनना
गावकड़च्या गोष्टीव्यंकटेश माड़गुलकर द्वारा लिखित रिव्यू – लेखक एक उत्कृष्ट मराठी साहित्यकार है | वह अपने लेखन से गांव का वास्तविक दर्शन कराते हैं | वहां के पात्र देहाती भाषा
आषाढ़ का एक दिन मोहन राकेश द्वारा लिखित रिव्यू –“आषाढ़ का एक दिन ” मोहन राकेश द्वारा लिखित प्रसिद्ध कवि कालिदास के जीवन का किस्सा है | तब का जब वह
बेलवण व्यंकटेश माडगुलकर द्वारा लिखित रिव्यू –यह “बेलवण” नाम के गांव की कहानी है | नदी पर पुल बनाने को लेकर वहां के निवासियों में उत्साह है क्योंकि इससे उनके
नमक का दारोगा
रिव्यु और सारांश – श्यामची आई ( श्याम की माँ ) यह किताब मुलतः मराठी में लिखी गई है | इस किताब के लेखक सानेगुरुजी है जो हमारे प्रसिद्ध स्वातंत्र्य
गबन मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित रिव्यु – यह प्रसिद्ध उपन्यास मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित है | मुंशी प्रेमचंद का परिचय इसके
नीला स्कार्फ अनु सिंह चौधरी द्वारा लिखित रिव्यु और सारांश – यह किताब भी कहानियो का गुच्छा है जिनकी अलग – अलग पृष्ठभूमि है | एक ही किताब
आलेख – गाँव के लोगो के जीवन पर आधारित कुछ मर्मस्पर्शी कथाये रिव्यु – आलेख यह रणजीत देसाई इनका 24 मराठी कथाओ का संग्रह है जो गाँव के
मेख मोगरी रणजीत देसाई द्वारा लिखित रिव्यु – यह एक कथासंग्रह है जिसमें अलग – अलग पृष्ठभूमि की और अलग – अलग वक्त की पांच कहानिया शामिल है | इसे