SHYAMCHI AAI REVIEW SUMMARY IN HINDI
रिव्यु और सारांश – श्यामची आई ( श्याम की माँ ) यह किताब मुलतः मराठी में लिखी गई है | इस किताब के लेखक सानेगुरुजी है जो हमारे प्रसिद्ध स्वातंत्र्य
रिव्यु और सारांश – श्यामची आई ( श्याम की माँ ) यह किताब मुलतः मराठी में लिखी गई है | इस किताब के लेखक सानेगुरुजी है जो हमारे प्रसिद्ध स्वातंत्र्य
रिव्यु – यह प्रसिद्ध उपन्यास मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित है | मुंशी प्रेमचंद का परिचय इसके पहले के ब्लॉग “ निर्मला ” में हमने लिखा है | “गबन ” यह
नीला स्कार्फ अनु सिंह चौधरी द्वारा लिखित रिव्यु और सारांश – यह किताब भी कहानियो का गुच्छा है जिनकी अलग – अलग पृष्ठभूमि है | एक ही किताब
आलेख – गाँव के लोगो के जीवन पर आधारित कुछ मर्मस्पर्शी कथाये रिव्यु – आलेख यह रणजीत देसाई इनका 24 मराठी कथाओ का संग्रह है जो गाँव के
मेख मोगरी रणजीत देसाई द्वारा लिखित रिव्यु – यह एक कथासंग्रह है जिसमें अलग – अलग पृष्ठभूमि की और अलग – अलग वक्त की पांच कहानिया शामिल है | इसे
अस्तित्व सुधा मूर्ति द्वारा लिखित रिव्यु – यह कहानी दूरदर्शन पर प्रसारित हुई है और खासी प्रचलित भी हुई है | इसी कहानी का हिंदी अनुवाद “द्वंद्व” नाम
सांजवात वि. स. खांडेकर द्वारा लिखित रिव्यु – यह किताब पुरे पांच साल बाद प्रकाशित हुई थी | बहुत सारे साहित्यिको एवं विचारवन्तो को लगा की खांडेकर की
मनोरमा मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित रिव्यू – यह प्रेमचंद द्वरा लिखा एक सामाजिक उपन्यास है | इसके लेखक है – मुंशी प्रेमचंद प्रकाशक है – डायमंड पॉकेट बुक्स प्रा. लिमिटेड
परिणीता शरदचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा लिखित रिव्यु और सारांश – किताब छोटी सी है इसलिए रिव्यु और सारांश एकसाथ दे रहे है | यह किताब प्रसिद्ध लेखक शरदचंद्र चट्टोपाध्याय
प्रेमा मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित रिव्यू – प्रस्तुत उपन्यास एक प्रेमकहानी है |मुंशी प्रेमचंद इनके उपन्यास हमे स्वातंत्र्य पूर्व भारत मे लेकर चलते है | तब की