ANDHERE ME EK CHEHRA BOOK REVIEW
अंधेरे में एक चेहरा रस्किन बॉन्ड द्वारा लिखित रिव्यू – प्रस्तुत किताब के – लेखक है – रस्किन बॉन्ड हिंदी अनुवाद किया है – रश्मि भारद्वाज इन्होंने पृष्ठ संख्या है
अंधेरे में एक चेहरा रस्किन बॉन्ड द्वारा लिखित रिव्यू – प्रस्तुत किताब के – लेखक है – रस्किन बॉन्ड हिंदी अनुवाद किया है – रश्मि भारद्वाज इन्होंने पृष्ठ संख्या है
एडवेंचर्स ऑफ़ रस्टी रस्किन बॉन्ड द्वारा लिखित रिव्यू – रस्किन बॉन्ड एक इंडो – वेस्टर्न लेखक हैं | उनके पूर्वज ब्रिटिश थे | उनका जन्म सन 1934 में कसौली में
रिव्यू –झोंम्बी मराठी की प्रसिद्ध किताब है | इसे बहुत सारे पुरस्कार मिल चुके हैं जैसे की “प्रियदर्शिनी अकादमी का सर्वोत्कृष्ठ साहित्य पुरस्कार 1988 में , महाराष्ट्र राज्य शासन का
सत्तान्तर व्यंकटेश माड़गुलकर द्वारा लिखित रिव्यू –सत्तान्तर यह एक प्रसिद्ध मराठी किताब है जो अलग पृष्ठभूमि पर लिखी गई है | कहते है की बंदर मनुष्य के पूर्वज थे |
वारी व्यंकटेश माड़गुलकर द्वारा लिखित रिव्यू –पंढरपुर की यात्रा को “वारी” कहते हैं | जैसे चार धाम की यात्रा होती है वैसे ही यह भी होती है | पंढरपुर के
माणदेशी माणसं व्यंकटेश माड़गुलकर द्वारा लिखित रिव्यू –लेखक को जितनी शिक्षा मिली उतनी उन्होंने की | उसके बाद वह अपने गांव “माड़गुल” में ही रहने लगे | उन्हें चित्रकार बनना
गावकड़च्या गोष्टीव्यंकटेश माड़गुलकर द्वारा लिखित रिव्यू – लेखक एक उत्कृष्ट मराठी साहित्यकार है | वह अपने लेखन से गांव का वास्तविक दर्शन कराते हैं | वहां के पात्र देहाती भाषा
आषाढ़ का एक दिन मोहन राकेश द्वारा लिखित रिव्यू –“आषाढ़ का एक दिन ” मोहन राकेश द्वारा लिखित प्रसिद्ध कवि कालिदास के जीवन का किस्सा है | तब का जब वह
बेलवण व्यंकटेश माडगुलकर द्वारा लिखित रिव्यू –यह “बेलवण” नाम के गांव की कहानी है | नदी पर पुल बनाने को लेकर वहां के निवासियों में उत्साह है क्योंकि इससे उनके
रिव्यु और सारांश – इस किताब के लेखक है हिंदी के गुजरे ज़माने के जाने – माने साहित्यकार प्रेमचन्द जी | उनकी लिखी कहानियां बहुत ही प्रसिद्ध है | उनकी