NIRMALAA BY PREMCHAND BOOK REVIEW
निर्मला मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित रिव्यू – मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास ‘निर्मला’ एक मार्मिक और सामाजिक उपन्यास है | इसका प्रकाशन 1927 में हुआ था | इसका लेखन उन्होंने
निर्मला मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित रिव्यू – मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित उपन्यास ‘निर्मला’ एक मार्मिक और सामाजिक उपन्यास है | इसका प्रकाशन 1927 में हुआ था | इसका लेखन उन्होंने
मृत्युंजय शिवाजी सावंत द्वारा लिखित रिव्यू – प्रस्तुत किताब मूलतः मराठी मे लिखी गई है | हमने इसका मराठी वर्जन ही पढ़ा है | लेखक शिवाजी सावंत इनकी मृत्युंजय के
मगरमच्छ का शिकार ओम प्रकाश शर्मा द्वारा लिखित रिव्यू –यह एक जासूसी उपन्यास है , जहाँ प्राइवेट जासूस “चक्रम” अपने “हवाबाज” नाम के कुत्ते के साथ मिलकर एक राजा की
विजययात्रा – बप्पा रावल – पार्ट 2उत्कर्ष श्रीवास्तव द्वारा लिखित रिव्यू – प्रस्तुत किताब बापा रावल पर आधारित श्रृंखला का दूसरा भाग है | “विजययात्रा – बापा रावल भाग 2”
बॅडमैन – गुलशन ग्रोवर के साथ रोशमिला भट्टाचार्य द्वारा लिखित रिव्यू –किताब के मुखपृष्ठ पर दिखनेवाले तीनों नाम अभिनेता गुलशन ग्रोवर के जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं | बॉलीवुड
अजेय – पाँसों का खेल आनंद नीलकंठन द्वारा लिखितरिव्यू – आनंद नीलकंठन की “अजेय – दुर्योधन की महाभारत” एक पौराणिक कथा है जो महाभारत के महाकाव्य को कौरवों
गोष्टीच गोष्टी द. मा. मिरासदार द्वारा लिखित रिव्यू –यह मराठी की प्रसिद्ध किताब है | गांव में जब लोग चौपाल पर मिलते हैं तो गांव के साथ-साथ पूरे देश –
चंद्रकांता संतति – भाग 6 देवकीनंदन खत्री द्वारा लिखित रिव्यू – देवकीनंदन खत्री द्वारा लिखित उपन्यास “चंद्रकांता संतति” उनके ही द्वारा लिखित अन्य उपन्यास “चंद्रकांता” की अगली कड़ी है |
कालभोजादित्य रावल उत्कर्ष श्रीवास्तव द्वारा लिखित रिव्यू –किताब की पृष्ठभूमि ऐतिहासिक है | इतिहास मे हुए प्रसंग धरती पर घटित वास्तविक घटनाएं है जिनके सबूत Read more आज भी मिलते
इच्छामृत्यु देवेंद्र पांडेय द्वारा लिखितरिव्यू – यह किताब उन शूरवीरों के शौर्य के बारे मे बताती है जिन्होंने अपनी इच्छाशक्ति और दृढ़ता से मृत्यु को भी इंतजार Read more करने पर मजबूर