KAPALKUNDALA BOOK REVIEW IN HINDI
रिव्यू – Read more उपन्यास की कहानी शुरू तो साधारण किरदारों के साथ होती है जिन्हे कोई नहीं जानता लेकिन आगे चलकर यह इतिहास के कुछ महत्वपूर्ण चरित्रों को अपने आप
रिव्यू – Read more उपन्यास की कहानी शुरू तो साधारण किरदारों के साथ होती है जिन्हे कोई नहीं जानता लेकिन आगे चलकर यह इतिहास के कुछ महत्वपूर्ण चरित्रों को अपने आप
रिव्यू – Read more लेखक ओमप्रकाश शर्मा अपने लेखन से ही लोगों के बीच जनप्रिय बन गए | उन्हें इसी नाम से पहचाना गया | बहुत से लोगों को यह लगता
रिव्यू – Read more प्रस्तुत उपन्यास 1970 मे प्रकाशित हुआ है | लेखक ओमप्रकाश शर्मा ने हाड़ – मांस के बने आम आदमी को ही अपना नायक बनाया | उसी के
रिव्यू – Read more वेद प्रकाश शर्मा “पल्प साहित्य ” मे बहुत बड़ा नाम है | उनके लिखे उपन्यासों पर 90 के दशक में फिल्में भी बनी है | इसीलिए उनके
90’s वाला प्यार – नए हिन्दी किताबों की शृंखला शरद त्रिपाठी द्वारा लिखित
रिव्यू – Read more मुसाफिर कैफे आज के युवाओं की कहानी है जो अपनी जिंदगी अपनी मर्जी से , अपनी शर्तों पर जीना चाहते हैं | वह प्यार में ना पडकर
रिव्यू – Read more प्रस्तुत किताब के –लेखक है – रस्किन बॉन्डप्रकाशक है – राजपाल एंड संसहिन्दी अनुवाद किया है – ऋषि माथुर इन्होंनेपृष्ठ संख्या – 199उपलब्ध है – अमेजॉन और
रिव्यू –लेखक है – ओम प्रकाश शर्माप्रकाशक – नीलम जासूस कार्यालयपृष्ठ संख्या – 101उपलब्ध – अमेजॉन परलेखक अपने लेखन से लोगों के बीच जनप्रिय बन गए और फिर वह जनप्रिय
1931 – देश या प्रेम सत्य व्यास द्वारा लिखित रिव्यू –लेखक की जानकारी हमने ” बागी बलियाँ ” इस विडिओ मे दी है | हमारे यू ट्यूब चैनल “सारांश बुक
सात चिरंजीवी रमेश सोनी द्वारा लिखित रिव्यू –प्रस्तुत किताब के –लेखक – रमेश सोनीप्रकाशक – प्रभात प्रकाशनपृष्ठ संख्या – 72उपलब्ध – अमेजॉन परश्री हनुमानजी