JHOMBI BY ANAND YADAV BOOK REVIEW AND SUMMARY IN HINDI
रिव्यू –झोंम्बी मराठी की प्रसिद्ध किताब है | इसे बहुत सारे पुरस्कार मिल चुके हैं जैसे की “प्रियदर्शिनी अकादमी का सर्वोत्कृष्ठ साहित्य पुरस्कार 1988 में , महाराष्ट्र राज्य शासन का
रिव्यू –झोंम्बी मराठी की प्रसिद्ध किताब है | इसे बहुत सारे पुरस्कार मिल चुके हैं जैसे की “प्रियदर्शिनी अकादमी का सर्वोत्कृष्ठ साहित्य पुरस्कार 1988 में , महाराष्ट्र राज्य शासन का
चंद्रकांता संतति – खंड 4 देवकीनंदन खत्री द्वारा लिखित रिव्यू – लेखक देवकीनंदन खत्री अपनी खूबसूरत कल्पनाओं में विविध रंग भरकर चरित्र और घटनाओं का वर्णन करते हैं | उनके
चंद्रकांता संतति – भाग 3 देवकीनंदन खत्री द्वारा लिखित रिव्यू –जैसा महाराज वीरेंद्रसिंह और चंद्रकांता के नाम पर तिलिस्म बँधा था वैसा ही तिलिस्म इनके दोनों बेटे के नाम पर
रिव्यू –जैसा कि हमने इसके पहले के ब्लॉग “बकुला” में बताया था कि हम सुधा मूर्ति मैम द्वारा लिखित और एक किताब “तीन हजार टांके” का रिव्यू लेकर आएंगे |
चंद्रकांता संतति – पार्ट 2 बाबू देवकीनंदन खत्री द्वारा लिखित रिव्यू –“चंद्रकांता संतति” , “चंद्रकांता और वीरेंद्रसिंह” के बच्चों की कहानी है साथ मे चंद्रकांता और वीरेंद्रसिंह के अय्यार और
दो प्रेत ओमप्रकाश शर्मा द्वारा लिखित रिव्यू –यह लेखक ओमप्रकाश शर्मा द्वारा लिखित एक और थ्रिलर उपन्यास है जिसमें उनके द्वारा रचित पात्र “जगन और बंदूकसिंह” अपराधियों को पकड़ते नजर
चंद्रकांता संतति – भाग 1 रिव्यू –“चंद्रकांता संतति” छह भागों मे लिखा उपन्यास है | यह “चंद्रकांता” के आगे की कहानी बयान करता है | याने के यह उपन्यास चंद्रकांता
रिव्यू –लेखक जब बिज़नस में दिवालिया हो गए थे तो अपना कर्जा चुकाने के लिए उन्होंने “Not a penny more ,not a penny less” यह उपन्यास लिखा | जो एक
द्रौपदी की महाभारत चित्रा बैनर्जी दिवकरूणी द्वारा लिखित रिव्यू –द्रौपदी का जन्म प्रतिशोध की अग्नि से हुआ था | इसी प्रतिशोध के कारण नियति ने उसे महाभारत के युद्ध का
सत्तान्तर व्यंकटेश माड़गुलकर द्वारा लिखित रिव्यू –सत्तान्तर यह एक प्रसिद्ध मराठी किताब है जो अलग पृष्ठभूमि पर लिखी गई है | कहते है की बंदर मनुष्य के पूर्वज थे |