महाराणा प्रताप
रिव्यु और सारांश –
उपर्युक्त किताब सुशिल कुमार द्वारा लिखी गयी है जिसके प्रकाशक है प्रभात प्रकाशन , दिल्ली | यह किताब पुरे ९७ पृष्ठों की है | इस किताब में महाराणा प्रताप के जन्म से पहले से तो उनके मरने तक का इतिहास बताया गया है | किताब के अंतिम पृष्ठ पर उनकी जीवनयात्रा सम्पूर्ण तारीखों के साथ बताई गयी है | कुछ किवदंतियां भी उनके बारे में फैली हुई थी वह कितनी सच और कितनी झूठ थी इसकी चर्चा भी इतिहासकारों ने इस किताब में की है |
महाराणा प्रताप मुख्यतः चित्तौड़ के शासक थे | चित्तौड़ किले को अल्लाउद्दीन खिलजी के जीत लेने के बाद वहां महारानी पद्मावती ने जौहर किया था तो खिलजी को किले में सिवाय सन्नाटे के कुछ भी नहीं मिला | फिर यह किल्ला महाराणा प्रताप के पूर्वजो द्वारा फिर से जीत लिया गया लेकिन महाराणा उदयसिंग जो की महाराणा प्रताप के पिता थे | उनके कालावधि में चित्तौड़ का किला अकबर ने फिर से जीत लिया | इस किले को महाराणा प्रताप अपने जीवनकाल में फिर कभी जीत नही पाए | इसका उन्हें खूब मलाल रहा |
उन्होंने अपने जन –धन को हानी से बचाने के लिए अकबर से जंगलो में छिपकर पुरे १३ साल तक युद्ध किया | उन्होंने अकबर की अधीनता कभी स्वीकार नहीं की | मेवाड़ को हमेशा ही एक स्वतंत्र राज्य बनाये रखा | अकबर ने उनका राज्य हथियाने के लिए कितनी ही चाले चली पर उनकी हर एक चाल का जवाब महाराणा प्रताप ने उतनी ही चालाकी से दिया |
यह किताब बया करती है गाथा उस परमवीर योद्धा की जिसकी मृत्यु पर अकबर ने भी आंसू बहाए थे जो की महाराणा प्रताप का कट्टर शत्रु रहा | इस किताब में उनके जीवन संघर्ष की कहानी लेखक ने बड़े ही अच्छे ढंग से पेश की है | इस किताब में मेवाड़ के राजवंश ,प्रताप सिंग का बाल्यकाल ,फिर उनका राजतिलक किन परिस्थितियों में हुआ | अकबर ने उनके पास कितने और कैसे संधि प्रस्ताव भेजे , उसके बाद उन्होंने क्या सुरक्षा इंतजाम किये | हल्दीघाटी का युद्ध किन परिस्थितियों में लढा उसके बाद क्या हुआ , इसके बाद उनका विजय अभियान कैसे शुरू हुआ | इन सबकी जानकारी आपको यहाँ मिल जाएगी |
अकबर के साथ छिपा युद्ध करते समय भी उन्होंने अपने मुल्यो का त्याग नहीं किया | उन्होंने अकबर के सिपहसालारो के अलावा उनके साथ आये किसी भी निरपराध व्यक्तियों को तंग नहीं किया |
अकबर सम्पूर्ण हिंदुस्तान का राजा तो बना लेकिन अपने साम्राज्य में मेवाड़ को कभी सम्मिलित नहीं कर पाया | ऐसे महान पुरुष की कहानी आपको जरूर पढनी चाहिए………..
धन्यवाद !
Wish you happy reading ………….