नमक का दारोगा
मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित
रिव्यु और सारांश –
“नमक का दरोगा” मुशी प्रेमचंद द्वारा लिखित एक प्रसिद्ध हिंदी लघु कथा संग्रह है जिसकी कहानियाँ ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा , धर्म और धन की जीत पर आधारित है |
ब्रिटिश शासन के दौरान नमक पर भारी कर लगता था और इसका अवैध व्यापार खूब फल-फूल रहा था | इसीलिए नमक के व्यापार पर नजर रखने के लिए एक नया विभाग गठित हुआ पर उसमें भी भ्रष्टाचार ने अपनी जगह बना ली |
“नमक का दरोगा” यह किताब मे सम्मिलित पहली कहानी है जिसका मुख्य उद्देश्य समाज और सत्ता में फैले भ्रष्टाचार को प्रकट करना और कहानियों के माध्यम से उसको उजागर करना है |
प्रस्तुत किताब की कहानियाँ इस बात की भी सिख देती है की भले ही धन कुछ वक्त के लिए सत्य पर हावी हो जाए लेकिन अंत मे जीत ईमानदारी और नैतिकता ही होती है |
प्रस्तुत किताब की कहानियाँ यथार्थवाद के धरातल पर लिखी गई है जिनमे लेखक ने समाज की कड़वी सच्चाई को उजागर करते हुए भी एक आदर्शवादी संदेश दिया है |
इस किताब के लेखक है हिंदी के गुजरे ज़माने के जाने – माने साहित्यकार प्रेमचन्द जी | उनकी लिखी कहानियां बहुत ही प्रसिद्ध है | उनकी कहानियाँ तो हिंदी के पाठ्यक्रम में भी रहती है | यह किताब आपको दुर्लभ ई – साहित्य कार्नर से डाउनलोड करके मिल जाएगी | यह किताब महज ८८ पृष्ठों की है |
मुंशी प्रेमचंद का जन्म ३१ जुलाई १८८० को बनारस में हुआ | उनकी सौतेली माँ ने उन्हे कभी प्यार नहीं किया और उनकी बीवी उनसे उम्र में बड़ी और बदसूरत थी | प्रेमचंद जी ने अपने शब्दों में अपने बीवी के बारे में कहा , “ जब मैंने उनकी सूरत देखि तो मेरा खून सुख गया | ”
वह पुरे जीवनभर नास्तिक बने रहे | आखिरकार गरीबी और ठीक से इलाज न होने के कारण उनका देहांत हो गया | प्रस्तुत पुस्तक में उनकी लिखी कुछ कहानियाँ सम्मिलित की गयी है जैसे –
१ – नमक का दारोगा – यह कहानी एक व्यक्ति के इमानदारी पर आधारित कहानी है | इस कहानी में जो व्यक्ति है उस व्यक्ति को उसकी ईमानदारी ही वह सारी चीजे उपलब्ध करवाती है जिसकी चाहत उसका पिता उससे रखता है |
२ – होली का उपहार – यह उस वक्त की कहानी है जब विदेशी कपड़ो का त्याग किया गया था |
३ – शांति – इस कहानी में बताया गया की हर इन्सान के मन के शांति के अपने ही अलग – अलग मायने होते है |
४ – जुगनू की चमक – यह कहानी पंजाब की रानी , रानी चंद्रकुवरी के बारे में है की कैसे वह पति के देहांत के बाद सुरक्षा के लिए दर – बदर भटकती है |
५ –निर्वासन – यह कहानी उस स्त्री की है जो मेले में खो जाने के बाद सात दिन के बाद घर लौटकर आती है पर उसका पति उसे स्वीकार करने से मना कर देता है | मन मे एक विचार आता है क्या यही ,एक स्त्री किसी पुरुष के साथ करेगी | इसी विषय पर आधारित यह कहानी है |
६ – कप्तान साहब – यह एक ऐसे लड़के की कहानी है जो फ़ौज में भरती होने से पहले एक नाकारा , निकम्मा और चोर लड़का हुआ करता था | जिसके वजह से उसके चोरी की सजा उसके पिता को काटनी पड़ी | फ़ौज में जाने के बाद जैसे – जैसे वह देशभक्ति और ऐसे ही अच्छे गुण सीखता है | वह एक जिम्मेदार इंसान और साथ ही साथ फ़ौज में कप्तान का ओहदा हासिल कर लेता है | उसके पिता जब जेल से रिहा होते है तब उनका सहारा बनता है |
७ – रहस्य – एक ऐसे स्त्री की कहानी है जो सबकुछ छोड़कर मन की शांति पाने के लिए आश्रम चली आती है लेकिन जैसे ही आश्रम छोड़कर अपने संसार में जाती है | एक दोगली औरत के रूप में सामने आती है जिसकी कथनी और करनी में बड़ा अंतर होता है |
८ – मनोवृत्ति – इस कहनि में समाज में फैले विकृत मनोवृत्ति के बारे में बताया गया है |
९ –क्षमा – यह एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है जो धर्म में आस्था रखता है | क्षमा देने में विश्वास रखता है | इसीलिए अपने बेटे के कातिल को क्षमा करता है क्योंकि सामनेवाला व्यक्ति भी अच्छाई की लड़ाई लड़ रहा होता है |
१० – चमत्कार – यह एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है जिसके मालिक का उसपर बहुत विश्वास रहता है | एक अच्छे व्यक्ति का मन भी पलभर के लिए डोल जाता है और उसी क्षण में वह चोरी भी कर सकता है | इसी पर आधारित यह कहानी व्यक्ति के अनेक पहलुओ के बारे में हमें बताती है |
ऐसे अनेक विषयों पर आधारित इस किताब की कहानियो को आपको एक बार जरूर पढ़ना चाहिए |
धन्यवाद् !
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