आज तक हमने कुछ फिक्शन और नॉन –फिक्शन बुक के बारे में जानकारी ली | उसमे से आप ने कौनसी बुक पढ़ी और आपको कौनसी बुक अच्छी लगी , हमें कमेंट में जरूर बताईएगा |
चलिए तो अब वक्त है कुछ व्यक्ति – विशेष किताबो के बारे में जानने का –
उसमे से पहली बुक है – लियो नार्दो द विन्ची के बारे में –
इस किताब को लिखा है विनोद कुमार मिश्र ने और किताब को प्रकाशित किया है प्रभात प्रकाशन , दिल्ली | लियो नार्दो द विन्ची का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में विश्वप्रसिध्द पेंटिंग मोनालिसा का चित्र घुमने लगता है | हम विन्ची को मुख्य तौर पर एक चित्रकार के रूप में ही जानते है परंतु बहुत कम लोगो को पता होगा की वह एक अच्छे वैज्ञानिक ,श्रेष्ठ इंजीनियर ,कुशल गणितज्ञ, अद्भुत चिन्तक , गजब का वास्तुविद ,योजनाकार ,संगीतज्ञ ,वाद्ययंत्र डिजाईनर थे | एक ही व्यक्ति में इतनी सारी खूबिया हो इस पर विश्वास करना कठिन होता है | इसीतरह उनकी बनाई योजनाओ पर विश्वास करना उस ज़माने के लोगो के लिए कठिन था | शायद इसीलिए उनके बहुत सारे काम कागजो पर ही रह गए | लेखक ने इतनी सारी जानकारी इकठ्ठा करने के लिए बहुत सारी यात्राये की होंगी , बहुत सारी किताबे छान मारी होगी , बहुत सारे लोगो के इंटरव्यू लिए होगे | उनकी इतनी सारी मेहनत का नतिजा एक अच्छी किताब मे परिवार्तित हुआ है | मैंने यह किताब इसलिए पढ़ी की मेरे मन में विन्ची को लेकर जो सवाल थे उस की जानकारी मुझे मिल जाये | यह किताब पढ़कर कुछ हद तक मैंने अपने सवालो के जवाब पा लिए है| हो सकता है आप को भी अपने सवालो के जवाब मिल जाये | तो आईए जानते है इस किताब का सारांश क्या है ……….
सारांश –
लिओ नार्दो द विन्ची का जन्म १५ अप्रैल १४५२ को इटली के गाँव विन्ची में हुआ | अत्यंत प्रभावशाली होने के बावजूद वह कोई बड़ी डिग्री नहीं ले सकते थे | इसका कारण लेखक ने उनकी किताब में दिया है | विन्ची ने फिर स्टूडियो में चित्रकारी का काम सिखना शुरू कर दिया | विन्ची ने बहुत सारे शोध किये , खोज की | उन्होंने अपनी सारी कल्पनाओ को कागज पे उतरना शुरू किया | ऐसा कर – कर के उनके पास बहुत बड़ा संग्रह तैयार हो गया | राजा – महाराजाओं के आपसी झगडे और लढाई के कारण उनको हमेशा जगह बदलनी पड़ती और इसी कारण उनके द्वारा बनाये गए बहुमूल्य चित्र , उनकी किताबे खो जाती रही | उनके ज़माने में उनकी कल्पनाओ पर , योजनाओ पर किसी ने भरोसा नहीं किया | उनके संग्रह को आगे बढ़ानेवाला कोई काबिल व्यक्ति नहीं मिला | इसीलिए उनके शोध को बिना पढ़े ही नए वैज्ञानिक नए सिरे से खोज शुरू कर देते | अगर उनके द्वारा किये गए शोधो का अध्ययन कर के वैज्ञानिक काम करते तो शायद विन्ची के बाद की सदी एक कामयाब सदी होती |
उनके द्वारा डिजाईन किये गए टैंक , हेलीकाप्टर ,पनडुब्बी ,साफ – सुथरे हवादार और पानी की व्यवस्थावाले शहर , अद्भुत खिलौने आदि अभी तो बन के तैयार हो चुके है | इस दुनिया के सबसे आमिर इन्सान बिल गेट्स ने विन्ची की नोटबुक “ कोडेक्स लिसेस्टर ” तीन करोड़ में खरीदी | उन्होंने कहा की यह उनके लिए फायदे का सौदा है | इस किताब में मोनालिसा के बारे में तरह – तरह के विचार बताये गए जो – जो उस वक्त के लोगो के मन मे थे की मोनालिसा कौन थी ? कहते है की विन्ची मोनालिसा की पेंटिंग को टॉयलेट में भी ले जाया करते इस डर से की कोई उसे चुरा न ले | उनकी पेंटिंग उच्च दर्जे की होती थी इसीलिए वह गिल्ड के सदस्य थे | गिल्ड के सदस्य अपने पेंटिंग में उच्च दर्जे के कलर और सामान यूज किया करते | विन्ची ने अपनी प्रतिभा से नित – नए शोध किये | एक – एक पेंटिंग बनाने के लिए वह इंसानों के एक – एक हावभावो का बारीकी से निरिक्षण किया करते | इसीलिए उनको एक – एक पेंटिंग बनाने के लिए सालो लग जाते | इतने प्रतिभावान व्यक्ति को जीवन का साथी नही मिल पाया ना ही उनका अपना घर ही बन पाया | विन्ची के बारे और भी रोचक जानकारी जानने के लिए आप यह किताब जरूर पढ़िए | मुझे तो यह किताब बहुत ही अच्छी लगी | उम्मीद है आप को भी पसंद आये |
धन्यवाद् !
Wish u happy reading…………….