आज हम बात करेंगे नॉन – फिक्शन बुक “१०१ मशहूर ब्रांड्स” के बारे में जिसे लिखा है डॉक्टर सुधीर दीक्षित ने और पब्लिश किया है मंजुल पब्लिशिंग हाउस ने इसका पहला एडिशन २०१२ में निकला था | इस किताब को इंडिया में sv बुक सप्लाई कंपनी Pvt. Ltd. ने डिस्ट्रीब्यूट किया था | यह किताब हिंदी में अवेलेबल है | आपको अमेज़न जैसी प्रमुख साईट पर यह किताब आसानी से मिल जाएंगी | बहेरहाल इस किताब का सारांश देने लायक कुछ खास नहीं है क्योंकि नाम से ही विदित होता है की इस किताब में १०१ मशहुर ब्रांड्स की १०१ कहानियाँ है | वैसे तो दुनिया में ढेर सारे ब्रांड्स है पर जगह कम पड़ने की वजह से लेखक ने इसमें सिर्फ १०१ ब्रांड्स को ही शामिल किया है | इसके लिए उन्होंने पाठको से माफ़ी भी मांगी है की वह इसमें पाठको के कुछ पसंदीदा ब्रांड शामिल नहीं कर पाए | इसमें यूट्यूब , अमूल , आदि . शामिल है |
इस किताब को पढने के बाद आपको पता चल जाएगा की यह ब्रांड कैसे शुरू हुए ? किसने उन्हें शुरू किया ? क्या सोचकर किया ? यह कैसे सफल हुए ? अपने सफलता को कैसे बढाया ? सफलता को कैसे बरकरार रखा ? अपनी सफलता को झेल पाए की नहीं ? उन्होंने कौनसी गलती की या कौनसा कदम उठाया जिसने उनको और उनके ब्रांड को आसमान की बुलंदियों तक पहुंचा दिया ? यह सब इसमें लिखा है | जो लोग बिज़नस करना चाहते है और उसके दमपर बड़ा होना चाहते है उनके लिए यह बहुत अच्छी किताब है | किताब पढ़कर वह भी इन्सपरेशन ले सकते है या फीर जो मोटीवेशनल स्पीकर है उनके लिए यह किताब एक अच्छा विषय दे सकती है | बिजनस पे जो लोग लेक्चर देते है या विडियो बनाते है | उनके लिए यह किताब उपयोगी साबित होगी |
लेखक ने बहुत ही अच्छा प्रयास किया है | लेखक डॉ. सुधीर दीक्षित लोकप्रिय समाचारपत्र “ दैनिक भास्कर ” में “ ग्लोबल ब्रांड्स ” के नाम से साप्ताहिक कॉलम भी लिखा करते थे | उन्होंने अब तक सेल्फ हेल्प और जीवन प्रबंधन पर 5 सफल पुस्तके लिखि है | उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय बेस्ट सेलिंग किताबो का हिंदी अनुवाद भी किया है | जिसमे रोंडा बर्न की द सीक्रेट और हैरी पॉटर की सीरिज भी शामिल है |
किताब के बारे में इतना कुछ लिखने के बाद भी ऐसा लग रहा है जैसे कुछ छुट रहा है | मैं इस किताब के बारे में आपको पूरी तरह बता नहीं पाया | अगर आप कुछ अलग करना चाहते है तो इस किताब को जरूर पढ़िए – पढ़िए ही नहीं बल्कि अपनी लाइब्रेरी में इस किताब को संग्रहीत भी कर के रखिये ……..
मेरा मानना है की नई – नई किताबे पढ़ते रहना चाहिए | उससे इन्सान को नया – नया ज्ञान हासिल होता है | इसीलिए शायद दिग्गज कारोबारी किताबे पढ़ते रहते है | भलेही उन्होंने कोई बड़ी डिग्री (बिज़नस) में ना ली हो पर अपने अनुभव को बढाने के लिए वह नई – नई किताबे पढ़ने में रूचि रखते है |
धन्यवाद !
Best of luck for u r best future ……
Wish u a happy reading…….