One arranged murder
चेतन भगत द्वारा लिखित
रिव्यु –
आज की तारीख में चेतन भगत को कौन नहीं जानता ? वह वर्ल्ड वाइड बेस्ट सेलर नोवेल्स के लेखक है | उनके द्वारा लिखे गए ज्यादा से ज्यादा उपन्यास बेस्ट सेलर रहते है | ज्यादा से ज्यादा उपन्यास भाषांतरित होते है | उनके लिखे उपन्यासों पर बॉलीवुड में फिल्मे भी बन चुकी है | वह एक मोटीवेशनल स्पीकर भी है | उनके उपन्यासों के किरदार मुख्यतः युवा वर्ग होता है जो मॉडर्न जीवनशैली जीते है | सोशल मीडिया का भरपूर उपयोग करते है |
जिस साल वह कहानी लिखते है | उस साल के कुछ कुछ करंट अफेयर्स भी उनकी कहानियो में झलकते है | उनके मुख्य किरदार खुले विचारो के होते है | लेखक अन्तरंग दृश्य भी बड़े डिटेल के साथ लिखते है | आज का युवा वर्ग उनकी लिखी किताबे पढ़ना ज्यादा पसंद करता है | चेतन भगत के बारे में लिखने के लिए बहुत कुछ है लेकिन वह सब बाकि के ब्लॉग के लिए रखते है | प्रस्तुत उपन्यास के …..
लेखक – चेतन भगत
प्रकाशक – वेस्टलैंड publications
पृष्ठ संख्या – 317
उपलब्ध – अमेजन पर
प्रस्तुत उपन्यास में रिश्तो का एक अलग ही ताना – बना बुना गया है | उन्होंने यह कहानी बहुत ही अच्छी लिखी है | हमें कहानी बहुत पसंद आयी | किताब पढ़ते वक्त आप को लगेगा की शुरुवात का पढ़कर डायरेक्ट फिर एंड पढ़ लेते है ताकि पता चले की खुनी कौन है ? अगर आप ऐसा करते है तो कहानी के बीच में उन्होंने जो रहस्य लिखे है | उससे आप वंचित रह जाओगे | इसलिए किताब शुरुवात से ही आखिर तक पढ़े |
ताकि आप कहानी का आनंद उठा सके | वैसे भी लेखक हर एक दृश्य को पूरी डिटेल के साथ लिखते है इसलिए आप को लग सकता है की आप कोई फिल्म देख रहे हो | कभी – कभी रोजमर्रा के काम करते समय परिस्थितिया उनमे कैसे दुखद व्यंग्य भर देती है इसका प्रमाण भी उनकी कहानियो में दिखाई देता है जैसे मौत के बाद प्रेरणा का खून भरा मुह घर के न्यूज़ पेपर से ढक दिया जाता है जिस पर लिखा होता है स्वच्छ भारत अभियान | ऐसा पढ़ने के बाद अपने आप ही हम रुक जाते है और आगे की कहानी पढ़ने के लिए खुद को तैयार करने लगते है |
कहानी के दो पात्र पिछले उपन्यास से यहाँ फॉरवर्ड किये गए है | उनके नाम है केशव राजपुरोहित और सौरव | अब इन दोनो का परिचय हो जाए – यह दोनों आय. आय. टीयंस है | फिलहाल सायबर सेफ में कार्यरत है और दोनों की “z” नाम की डिटेक्टिव एजेंसी है | जिसमे उन्हें हर बार कुछ छोटे – मोटे केस सुलझाने के लिए फ़ोन आते रहते है |
उन्होंने ज़ारा लोन मर्डर केस सुलझाया है जो की केशव की ex थी | इसकी पूरी कहानी चेतन भगत द्वारा लिखित “The girl in room no.105” इस उपन्यास में मिल जाएगी | सौरव खाने का शौक़ीन है , मोटा है और कंप्यूटर से जानकारी निकलने में हुशार है |
पिछली बार केशव की गर्लफ्रेंड का मर्डर होता है तो इस बार सौरव की मंगेतर का…..
जाहिर है इसका इल्जाम सौरव पर लगता है क्योंकि सौरव, प्रेरणा क मंगेतर है और पिछली रात वह उससे मिलने छत पर जाता है और प्रेरणा छत से गिर कर मरती है |
प्रेरणा के पिता ज्यादा खोजबीन किये बगैर केस बंद करवाना चाहते है इसलिए शक के घेरे में आ जाते है | प्रेरणा के परिवार में माता – पिता , बुआ , चाचा ,सियाटल वाले बुआ की बेटी अंजलि और दादी है | साथ में घर की नौकरानी और ड्राईवर है |
प्रेरणा का ex – बॉयफ्रेंड और प्रेरणा की बिज़नस पार्टनर नम्रता भी शक के घेरे में है | अब इन में से प्रेरणा के माता – पिता ,दादी , बुआ यह तो शक के घेरे से दूर है | अंजलि तो प्रेरणा के मौत के बाद घर में वापस आती है | नौकरानी और ड्राईवर भी नहीं | प्रेरणा का ex – बॉयफ्रेंड और नम्रता भी तहकीकात में क्लीन चीट पाते है | तो बचा प्रेरणा का चाचा आदित्य | सबका शक उसी पर जाता है | लेकिन आदित्य का तो मर्डर हो जाता है |
तो फिर खुनी है कौन ? केशव , सौरव और पुलिस को प्रेरणा के परिवार के बारे में ऐसी कौन सी बात पता चलती है की वह प्रेरणा के पिता को खुनी करार देकर गिरफ्तार करते है | वह कौन सा सच है जो केशव को असली खुनी तक पहुँचने में मदद करता है | इन सारे सवालो के जवाब आप को किताब पढ़ते वक्त एक के बाद एक मिलने शुरू हो जायेंगे | बहुत ही उम्दा किताब…….
जरूर – जरूर पढ़िए | मिलते हैऔर एक नई किताब के साथ तब तक के लिए धन्यवाद !